Patna । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेपी गंगा पथ परियोजना के अन्तर्गत दीघा से दीदारगंज तक नवनिर्मित पथ का रिमोट के माध्यम से लोकार्पण (Inauguration) किया। उन्होंने स्वयं पथ का जायजा भी लिया। इस परियोजना से पटना शहर के आवागमन में उल्लेखनीय सुधार होगा।
JP Ganga Path: 20.5 किलोमीटर लंबा जेपी गंगा पथ अब जनता के लिए खुला
मुख्यमंत्री ने बताया कि दीघा से दीदारगंज तक जेपी गंगा पथ (JP Ganga Path) का निर्माण पूर्ण हो चुका है। इसके लोकार्पण से बिहारशरीफ, मोकामा, बेगूसराय जैसे क्षेत्रों की यात्रा में काफी सहूलियत मिलेगी और समय की बचत होगी।
पथ निर्माण विभाग ने इस 20.5 किलोमीटर लंबे पथ को 3,831 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया है।
JP Ganga Path: चरणबद्ध निर्माण
प्रथम चरण: दीघा से पीएमसीएच तक – 7.5 किमी
द्वितीय चरण: पीएमसीएच से गायघाट तक – 5 किमी
तृतीय चरण: गायघाट से कंगन घाट तक – 3 किमी
इस पथ की कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए अटल पथ, एलसीटी घाट, गांधी मैदान, पीएमसीएच, कृष्णा घाट, गायघाट, कंगन घाट और पटना घाट जैसे महत्वपूर्ण स्थानों से जोड़ा गया है।
दीदारगंज से मोकामा और बिहटा तक होगा विस्तार
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि जेपी गंगा पथ को दीदारगंज से आगे फतुहा, बख्तियारपुर, बाढ़ होते हुए मोकामा तक और पश्चिम दिशा में बिहटा तथा कोईलवर तक विस्तारित किया जाएगा। इस काम का निष्पादन भी पथ निर्माण विभाग द्वारा किया जा रहा है।
सिक्स लेन ग्रीनफील्ड पुल का कार्य तेज करने के निर्देश
लोकार्पण के बाद मुख्यमंत्री ने गंगा नदी पर निर्माणाधीन सिक्स लेन ग्रीनफील्ड पुल और उसके पहुंच पथ (Approach Road) का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि:
निर्माण कार्य को तय समय-सीमा में पूरा करें
गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें
काम में तेजी लाएं
ग्रीनफील्ड पुल परियोजना की प्रमुख बातें
लागत: 4,988.40 करोड़ रुपये
कुल लंबाई: 19.76 किलोमीटर
पुल की लंबाई: 9.76 किमी
पहुंच पथ की लंबाई: 10 किमी
प्रारंभ बिंदु: पटना-बख्तियारपुर बाईपास (NH-30)
समाप्ति बिंदु: वैशाली जिले का कल्याणपुर (NH-103/322)
निर्माण लक्ष्य:
प्रथम चरण (पटना से राघोपुर दियारा तक): अप्रैल 2025 तक
द्वितीय चरण (हाजीपुर-महनार पथ से NH-103/322 तक): जून 2025 तक
तृतीय चरण (राघोपुर से हाजीपुर-महनार पथ तक): दिसंबर 2025 तक
इस पुल के पूरा होने से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन और भी सुगम हो जाएगा, और यातायात पर अत्यधिक सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।