बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने सरकार के भीतर और बाहर सनसनी फैला दी है। उनके बयान से सुर्खियां भी सवाल पूछ रहे आखिर खुद को चोरों का सरदार बताने वाले कृषि मंत्री के अपने (There is a lot of thieves in the agriculture department) बयान पर अड़े क्यों हैं। मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने फिर दोहराया। कहा कि उन्होंने जो कुछ भी कहा है उस पर अडिग हैं।
चोरों के सरदार वाले बयान पर मंत्री ने कहा कि अबतक किसी नेता और अफसर ने उनसे इस बयान को लेकर कुछ भी नहीं कहा है। अपने बयान पर कृषिमंत्री ने कहा कि वो उस बयान पर कायम हैं और उन्होंने जो कुछ भी कहा है सही कहा है।
अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्होंने कृषि विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर बड़ा बयान देकर मंत्री सुधाकर सिंह ने नीतीश सरकार को बैकफुट पर ला खड़ा कर दिया है। पिछले दिनों सुधाकर सिंह ने कैमूर में एक सभा के दौरान कहा था कि उनके विभाग के अधिकारी चोर हैं। और, वे चोरों के सरदार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनके ऊपर भी कई सरदार मौजूद हैं। मंत्री के इस बयान के बाद अब बिहार की सियासत तेज हो गई है।
उन्होंने कहा था कि सरकार वही पुरानी है, इसके चाल चलन भी पुराने हैं, हम लोग तो कहीं कहीं हैं, लेकिन जनता को लगातार सरकार को अगाह करना होगा। कृषि मंत्री इतना पर ही नहीं रुके थे, उन्होंने मंच से जनता को संबोधित करते हुए बिहार राज्य बीज निगम पर भी गंभीर आरोप लगाया था।
मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि उनके बयान पर किसी ने कोई विवाद नहीं किया है। उन्होंने कहा कि अबतक न तो किसी नेता ना ही किसी अफसर ने उनके बयान पर ऐतराज जताया है। सुधाकर सिंह ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी फिर चाहे वह कोई भी हो।
उन्होंने कहा कि वे अपने बयान में कोई भी संशोधन नहीं करने जा रहे हैं, जिसको जो समझना है समझते रहे। उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें चुनकर भेजा है और वे जनता के सवालों पर हमेशा लड़ते रहेंगे। सुधाकर सिंह ने कहा कि राज्य में जो स्थिति है, उसी को बोला है। मैं अपने बयान पर अडिग हूं, इसके आलावा मुझे कोई सफाई नहीं देनी है।
इसके बाद से विपक्षी दलों ने कृषि मंत्री और नीतीश सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। सुधाकर सिंह ने अपने विभाग के अफसरों और कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा था कि नकली रिपोर्ट पेश करने का काम भी अधिकारी और कर्मचारी करते हैं। इसके बाद क्या था, बीजेपी को नीतीश सरकार के खिलाफ फुट टॉस गेंद मिल गई है। लगातार चौके-छक्के लग रहे हैं। चोरों के साथ, चोरों के बीच।