Bihar News | इन फर्जी शिक्षकों का कुछ करते क्यों नहीं…हर point पर Fraud?आखिर शिक्षा विभाग का नित्य नव खुलासा फर्जी शिक्षकों को लेकर क्यों हो रहा है? इन फर्जी शिक्षकों का सही तरीके से कार्रवाई क्यों नहीं होती? अब देखिए ना, ये फर्जीवाड़े से शिक्षक ही नहीं बने। सक्षमता परीक्षा में भी जाकर बैठ गए। आखिर, पेपरवर्क में कहां कमजोरी आ रही है?
Bihar News | आखिर, इन्हें शिक्षक किसने बनाया? ये शिक्षक कैसे बनें?
क्यों, सही से कागजातों की जांच पहले की चरण में हो रही जहां से अभी अभी गोपालगंज में 15 फर्जी शिक्षक मिले हैं। विभाग की ओर से डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाए जाने पर ये शिक्षक गायब हो गए। उपस्थित नहीं हुए। यह हाल, बिहार भर में ऐसे 1051 शिक्षक हैं। आखिर, इन्हें शिक्षक किसने बनाया? ये शिक्षक कैसे बनें? इसकी जांच भी होनी चाहिए। ऐसे तो कोई शिक्षक नहीं बन जाता? पूरा प्रोसेस है, तो कमी प्रोसेस के किस प्वाइंट पर है?
Bihar News | आ बैल मुझे मार वाली स्थिति क्यों…
गोपालगंज में सक्षमता परीक्षा में पंद्रह फर्जी शिक्षक मिले हैं। विभाग की ओर से डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाये जाने पर ये शिक्षक उपस्थित नहीं हुए। विभाग की ओर से दोबारा मौका देते हुए इन शिक्षकों को पंद्रह अप्रैल से पहले डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया है। यदि ये शिक्षक अब उपस्थित नहीं हुए, तो इन्हें पूर्ण रूप से फर्जी मानते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। ये लेट लतीफी है। जहां…
Bihar News | कागजातों की जांच का तरीका बदलना होगा
शिक्षा विभाग के स्थापना कार्यालय से इन शिक्षकों की सूची जारी करते हुए विभाग के शेड्यूल के अनुसार, पटना में जांच समिति के समक्ष उपस्थित होकर कागजात दिखाने का निर्देश दिया गया है। नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्ज देने के लिए सक्षमता परीक्षा का आयोजन किया गया था। परीक्षा के लिए शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन किया।
Bihar News | ऐसे में, शिक्षा की साख ही है दांव पर
नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्ज देने के लिए सक्षमता परीक्षा में विभाग ने पाया कि बीटेट, सीटेट या एसटीईटी के प्रमाण पत्र में एक ही रोल नंबर पर एक से अधिक शिक्षकों ने आवेदन किया था। बिहार भर में ऐसे 1051 शिक्षक हैं। इन शिक्षकों में 420 शिक्षक सत्यापन के लिए उपस्थित नहीं हुए। इन 420 शिक्षकों को दोबारा मौका देते हुए 10 अप्रैल से पंद्र अप्रैल के बीच रोल नंबर के अनुसार शेड्यूल निर्धारित कर सत्यापन के लिए बुलाया गया है। इसमें गोपालगंज जिले के पंद्रह शिक्षक हैं।