मुख्य बातें:
दरभंगा के कामेश्वर सिंह धार्मिक न्याय कार्यालय में हमलावर की मौत, 42 जिंदा कारतूस और कट्टा बरामद
- हमलावर की मौत: गुरुवार को कामेश्वर सिंह धार्मिक न्याय कार्यालय में फायरिंग करने वाले वृहस्पति यादव की शुक्रवार को इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।
- 42 जिंदा कारतूस बरामद: पुलिस ने वृहस्पति यादव के पास से 42 जिंदा कारतूस और एक देसी कट्टा बरामद किया।
- दो कर्मचारी घायल: बांस से हमला कर कार्यालय के दो कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका इलाज जारी है।
- स्थानीय लोगों की कार्रवाई: हमलावर को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया और पुलिस को सौंपा, जिसके बाद उसकी अस्पताल में मौत हो गई।
- दस राउंड फायरिंग: हमलावर ने कुल दस राउंड फायरिंग की, जिससे कार्यालय में भगदड़ मच गई।
क्रासर: लोगों ने कर दी थी धुनाई
- दरभंगा में फायरिंग के बाद हमलावर की अस्पताल में मौत
- 42 कारतूस और कट्टा बरामद, दो कर्मी गंभीर घायल
प्वाइंटर: मौके से 42 कारतूस और कट्टा बरामद
- वृहस्पति यादव ने गुरुवार को ट्रस्ट कार्यालय में फायरिंग की।
- स्थानीय लोगों ने हमलावर को पकड़कर पुलिस को सौंपा।
- पुलिस ने मौके से 42 कारतूस और कट्टा बरामद किया।
- दो कर्मी बांस के हमले में गंभीर रूप से घायल।
प्रभास रंजन। दरभंगा के कामेश्वर सिंह धार्मिक न्याय कार्यालय में गुरुवार को हुई फायरिंग के मुख्य अभियुक्त वृहस्पति यादव (Darbhanga Kameshwar Singh religious justice office attacker dies) की इलाज के दौरान मौत हो गई। कटिहार जिले के मनियारी थाना क्षेत्र का निवासी वृहस्पति यादव ने रामबाग परिसर स्थित ट्रस्ट कार्यालय में कर्मचारियों पर बांस से हमला करने के बाद लगभग दस राउंड फायरिंग की थी।
हमले में जख्मी हो गए थे दो कर्मी
हमले में कार्यालय के दो कर्मचारी घायल हो गए थे, जिन्हें स्थानीय लोगों ने बचाया। हमलावर को लोगों ने पकड़कर बुरी तरह पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया, जिसके बाद उसे दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (डीएमसीएच) में इलाज के लिए भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई।
झोले में भरकर लाया था कारतूस
पुलिस ने घटना स्थल से 42 जिंदा कारतूस और एक देसी कट्टा बरामद किया है। गुरुवार की दोपहर करीब तीन बजे वृहस्पति यादव बांस लेकर ट्रस्ट कार्यालय पहुंचा। और, वहां के कर्मियों पर हमला कर दिया। आदेशपाल और एक अन्य कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद हमलावर ने पिस्तौल निकालकर फायरिंग शुरू कर दी। कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई, लेकिन अंततः स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी।
हमला की वजह स्पष्ट नहीं है लेकिन
गुरुवार की दोपहर लगभग तीन बजे वृहस्पति यादव हाथ में बांस लिये कामेश्वर सिंह धार्मिक न्याय ट्रस्ट कार्यालय पहुंचकर ट्रस्ट के कर्मियों पर उस दौरान हमला बोल दिया जब सभी अपने-अपने कार्य में व्यस्त थे। हमला की वजह स्पष्ट नहीं है लेकिन जमीन संबंधी कुछ विवाद और समस्या में वह उलझा बताया जा रहा है।