बिहार में फर्जी शिक्षकों पर गाज गिरने लगी है। ताजा मामला नवादा का है जहां जिले के रोह प्रखंड में फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाल महिला शिक्षिका नूरसराय थाना क्षेत्र के परमानंद बिगहा गांव निवासी बालेश्वर पासवान की पुत्री उषा कुमारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उषा की गिरफ्तारी बिहार शरीफ स्थित एक सरकारी स्कूल से हुई है।
सरकार ने इन दिनों हजारों शिक्षकों की बहाली की है। इसमें बड़े पैमान पर फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाली सामने आया है। तृतीय और चतुर्थ चरण के तहत शिक्षक पात्रता परीक्षा में एक ही उतीर्णता प्रमाण पत्र के आधार पर कई स्कूलों में पदस्थापित शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच कराई गई थी।
हजारों शिक्षकों ने गलत सूचना देकर नौकरी ज्वाइन की है। उसके बाद कार्रवाई शुरू हो गई। अब तक सैकड़ों शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। वहीं, हजारों शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की जांच चल रही है। इसी कड़ी में नवादा पुलिस ने एक शिक्षिका को गिरफ्तार किया है। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार,जिले के रोह प्रखंड में पांच शिक्षक फर्जी पाए गए थे। डीएम के आदेश पर रोह बीईओ ने पांचों शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इसमें तृतीय व चतुर्थ चरण के तहत शिक्षक पात्रता परीक्षा में एक ही उतीर्णता प्रमाण पत्र के आधार पर भिन्न भिन्न स्कूलों में पदस्थापित शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच कराई गई थी।
प्रशासनिक आदेश पर 203 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच हुई थी। जिसमें जिले के विभिन्न प्रखंडों में 68 शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। जिसके आलोक में जिलाधिकारी ने फर्जी प्रमाण पत्रों पर बहाल शिक्षकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया था।
इधर आरोपी शिक्षिका का कहना है कि उन्हें यह पता नहीं है कि किस स्कूल में कौन टीचर बहाल थी। पुलिस उस महिला को गिरफ्तार करे, जो उनके नाम पर बहाल हुई। वहीं, महिला शिक्षिका की गिरफ्तारी ने सभी की नींद उड़ा दी है।