बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के आगे मुख्यमंत्री नीतीश को झुकना ही पड़ा। जो मामला डेढ़ माह से लम्बित था उस पर नीतीश कुमार ने कार्रवाई की है। सीएम ने लखीसराय के एसडीपीओ रंजन कुमार का तबादला कर दिया है।
स्पीकर विजय सिन्हा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच हुए विवाद के बाद अब लखीसराय के एसडीपीओ को हटा दिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा लखीसराय एसडीपीओ को हटाने की जिद पर अड़े थे लेकिन सरकार हटाना नहीं चाहती थी। स्पीकर के तल्ख तेवर के बाद आखिरकार नीतीश सरकार झुक गई।
और एसडीपीओ रंजन कुमार का तबादला अरेराज एसडीपीओ के पद पर कर दिया गया है। गृह विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। अब आईपीएस अधिकारी सैयद इमरान मसूद लखीसराय के नए एसडीपीओ होंगे।
जानकारी के अनुसार, सरस्वती पूजा के दौरान विधानसभा अध्यक्ष अपने क्षेत्र लखीसराय में थे। इसी दौरान एक मामले को लेकर लखीसराय एसडीपीओ और दो थानेदारों ने स्पीकर के साथ प्रोटोकॉल के अनुरूप व्यवहार नहीं किया था।
स्पीकर विजय कुमार सिन्हा के साथ दुर्व्यवहार का आरोप डीएसपी रंजन कुमार पर लगा था। इसे लेकर विधानसभा तक में हंगामा हुआ था और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी विधानसभा अध्यक्ष के सामने आ खड़े हुए थे। आखिरकार लंबे गतिरोध के बाद सरकार स्पीकर की मांग के आगे झुकी है और फजीहत के बाद डीएसपी रंजन कुमार का तबादला कर दिया गया है।
लखीसराय से विधायक और विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने अपने क्षेत्र के पुलिस पदाधिकारियों पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था। यह मामला बाद में बिहार विधानसभा की विशेषाधिकार हनन समिति के पास पहुंचा डीएसपी रंजन कुमार समेत दो थानेदारों के ऊपर स्पीकर के साथ गलत व्यवहार करने का आरोप लगा था।
इसके बाद मामला काफी तूल पकड़ा। विधानसभा में तीन दिनों तक हंगामा हुआ। स्पीकर विजय सिन्हा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच काफी नोक-झोंक हुई। यह मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया। नीतीश सरकार की काफी फजीहत हुई।