बिहार के इस इलाके में एक साथ तैरते-घूम रहे हैं तीन विशालकाय मगरमच्छ। इन्हें शिकार की तलाश है। ऐसे में हो जाइए होशियार क्योंकि फिलहाल पूर्णिया में तीन मगरमच्छों के एक साथ दिखाई पड़ने सेर लोगों के बीच खौफ है। महानंदा-परमान नदी के संगम पर तीनों मगरमच्छ देखे गए। इसके बाद ग्रामीणों में खलबली मच गयी है। प्रशासन को इसकी सूचना फौरन दी गयी। मगरमच्छ के उत्पात से नदी किनारे रहनेवाले लोग डरे सहमे हुए हैं।
जानकारी के अनुसार, पूर्णिया में तीन मगरमच्छों को एकसाथ देखा गया है। लोग मगरमच्छों के आने से डरे सहमे हुए हैं। मछुआरे मछली पकड़ने नहीं जा रहे। वहीं लोगों में भय है।
इससे पहले कई अन्य जिलों में भी मगरमच्छों को देखा गया है। भागलपुर के सुल्तानगंज और बटेश्वरस्थान में गंगा घाटों के बेहद करीब इन्हें देखा गया था। मुंगेर में बाढ़ की पानी में ये बहकर आ गए थे। कई अन्य जिलों में भी लोग भय में जीते रहे।
जानकारी के अनुसार, बायसी प्रखंड के बनगामा पंचायत अंतर्गत मड़वा गांव सटे महानंदा और परमान नदी का संगम है. जब सुबह ग्रामीण टहलने के लिए निकले थे, तभी तीन मगरमच्छों को पानी में तैरते देख लोग हतप्रभ रह गये। लोगों ने इसकी जानकारी आसपास रहने वाले ग्रामीणों को दी। लोगों को नदी में तैरने और नहाने से परहेज करने को कहा गया है। साथ ही जानवरों को भी नदी की ओर नहीं जाने दिया जा रहा है।
मगरमच्छ कभी तैर रहा तो कभी झाड़ियों की ओर जाते देखा गया। लोग नदी किनारे मगरमच्छ को देखने के लिए भीड़ जुटने लगी है। दरअसल, बारिश में नदियां उफान पर रहती है। अनुमान है कि बाढ़ की पानी के साथ बहकर ये मगरमच्छ चले आये हैं।
नदी में एकाएक मगरमच्छ दिखने से पूरे गांव के लोग व मछली पकड़ने वालों पर इसका खास असर देखने को मिल रहा है. डर से मछली पकड़ने वाले भी नदी की ओर नहीं जा रहे हैं। अंचलाधिकारी मो. इस्माइल ने बताया कि इसकी सूचना संबंधित विभाग को दे दी गई है।
जल्द से जल्द मगरमच्छ को पकड़कर विभाग के हवाले कर दिया जायेगा।इससे पहले कई अन्य जिलों में भी मगरमच्छों को देखा गया है। भागलपुर के सुल्तानगंज और बटेश्वरस्थान में गंगा घाटों के बेहद करीब इन्हें देखा गया था। जबकि मुंगेर में बाढ़ की पानी में ये बहकर आ गए थे। कई अन्य जिलों में भी लोग भय में जीते रहे।
--Advertisement--
Editors Note
लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया [email protected] पर लिखें।