पटना के दीघा से लेकर सोनपुर तक नए 6 लेन पुल बनेंगे। यह पुल 42 महीने में पूरा हो जायेगा। इसके साथ ही नए पुल को जेपी सेतु की दक्षिण की तरफ से गंगा एक्सप्रेसवे में जोड़ने के लिए अलग से 3.085 किमी की सड़क बनाई जाएगी। पुल निर्माण के लिए कुछ दिन पहले ही पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड ने (6 lane digha bridge to be built in bihar) मंजूरी दी थी।
जानकारी के अनुसार, यह पुल नार्थ और साउथ बिहार को जोड़ेगा। साथ ही, यह सिक्स लेन पुल बुद्ध सर्किट पर भी जोड़ते हुए पटना के दीघा से सोनपुर के बीच गंगा नदी पर बनने वाले यह छह लेन पुल से बेतिया और मोतिहारी भी जुड़ेंंगे जहां पांच घंटे का रास्ता महज तीन घंटे में तय हो जाएंगें।
पुल के नीचे से बड़े जहाज निकल सकेंगे। कारण, देश में नदियों के जलमार्ग को बढ़ाने की योजना को बढ़ाने की भी योजना है। इस पुल के बन जाने से बिहार की राजधानी पटना से उत्तर बिहार जाने वाले लोगों को काफी सहूलियत होगी। वहीं फिलहाल पटना से उत्तर बिहार को जोड़ने वाले दूसरे पुल जेपी सेतु और महात्मा गांधी सेतु पर वाहनों का लोड काम होगा।
जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार ने बिहारवासियों को नया साल का बड़ा तोहफा दिया है। यह बिहार के लोगों के लिए अच्छी खबर है। मोदी कैबिनेट ने पटना से सोनपुर के बीच छह लेन पुल बनाने को मंजूरी दे दी है। पुल निर्माण में 3064 करोड़ रूपये खर्च होंगे। इसकी जानकारी कैबिनेट मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी। पुल के निर्माण के बाद 5 घंटे के सफर को 3 घंटे में पूरा कर लिया जाएगा। पढ़िए पूरी खबर
बुधवार को हुई मोदी कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में केंद्र सरकार ने पटना के दीघा से लेकर सोनपुर तक नये 6 लेन पुल की मंजूरी दे दी है। इस पुल की लागत 3 हजार 64 करोड़ होगी। पुल पटना से सोनपुर के बीच गंगा नदी पर 6 लेन पुल का निर्माण किया जाएगा।
इसकी जानकारी कैबिनेट मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा इस पुल के निर्माण में 3064 करोड़ रूपये लगेंगे। इसके अलावा मोदी सरकार ने त्रिपुरा में हाइवे बनाने को मंजूरी भी दी है. ये हाइवे नॉर्थ त्रिपुरा को साउथ त्रिपुरा से जोड़ेगा।
इसको लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि गंगा पर 4.5 किलोमीटर लंबा पुल बनेगा। दीघा, पटना और गंगा नदी के दक्षिणी तट और सोनपुर सारण जिले में गंगा नदी के उत्तरी तट पर स्थित है।
वर्तमान में ये केवल हल्के वाहनों की आवाजाही के लिए रेल सह सड़क पुल से जुड़े हुए हैं। ऐसे में वर्तमान सड़क का उपयोग माल और वस्तुओं के परिवहन के लिए नहीं किया जा सकता है। यह वस्तुओं की तेज आवाजाही के रास्ते में एक बड़ी बाधा है।
उन्होंने आगे कहा कि इस पुल का निर्माण 42 महीने में पूरा हो जायेगा. इस पुल के निर्माण से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच कनेक्टिविटी और बेहतर होगा। अनुराग ठाकुर ने बताया कि इस पुल से बौद्ध सर्किट भी पूरा होगा। बोधगया और राजगीर का वैशाली से संपर्क बेहतर होगा।