आरा। वैश्वीक महामारी कोरोना के बढ़ते खतरे और खतरों से अस्पतालो में जिंदगी और मौत से जूझते लोगो की करीब एक पखवारे से लगातार मॉनिटरिंग कर रहे जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व सांसद पप्पू यादव रविवार को आरा सदर अस्पताल पहुंच कर कोरोना से संघर्ष कर रहे मरीजो और उनके परिजनों से इलाज की जमीनी हकीकत जानने की कोशिश की।
पप्पू यादव जैसे ही सदर अस्पताल के भीतर प्रवेश किये की प्रशासन की तरफ से सदर अस्पताल में निषेधाज्ञा की बात कहते हुए उन्हें अस्पताल में जाने से रोक दिया गया। उन्होंने कुछ परिजनों से बातचीत की।कुछ महिलाओं ने भी उनके सामने आकर अपनी बात रखी।बावजूद इसके प्रशासन द्वारा बार बार पप्पू यादव से अस्पताल से बाहर जाने को कहा जाता रहा।
आरा सदर अस्पताल में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी ने अपने वरीय अधिकारियों से पूर्व सांसद पप्पू यादव की बात भी कराई। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा भी की वे कही से भी धारा 144 का उल्लंघन नही करने जा रहे हैं।वे कोविड वार्ड में भी नही जाएंगे।सिर्फ दो लोगो के साथ अस्पताल परिसर का जायजा लेना चाहते हैं।
मरीजो के उन परिजनों से अस्पताल में चल रहे इलाज की जमीनी सच्चाई जानना चाहते हैं। इस पर भी प्रशासन की तरफ से कहा गया कि अस्पताल परिसर में निषेधाज्ञा लागू होने के कारण उन्हें परिसर में मरीजो के परिजनो से मिलने की इजाजत नही दी जा सकती।
अस्पताल में मौजूद कुछ महिलाओं ने पप्पू यादव से अस्पताल की बदतर स्थिति से अवगत कराया और बताया कि कोविड के मरीजो को देखने अस्पताल के डॉक्टर्स भी नही जा रहे हैं।नर्सें भी कोविड के मरीजो के इलाज के नाम पर खानापूर्ति कर रही हैं।
नतीजा है कि मरीज यहां स्वस्थ होकर वापस घर जाने के बजाय मौत पाकर श्मशान की तरफ जा रहे हैं। आरा सदर अस्पताल में मरीजो के परिजनों से मिलने और इलाज की जमीनी हकीकत जानने से रोके जाने के बाद जाप सुप्रीमो और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने सरकार और प्रशासन पर जमकर हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि आरा सदर अस्पताल रात में भूत बंगले में तब्दील हो जाता है।यहां जल्लाद रहते हैं और मरीजो और उनके परिजनों का दोहन होता है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर आरा सदर अस्पताल की स्थिति बहुत ही खराब है और यहां इलाज करा रहे लोगों की जान की रक्षा भगवान भरोसे है। पूर्व सांसद पप्पू यादव के साथ बड़ी संख्या में उनके समर्थक आरा सदर अस्पताल में मौजूद थे।
इस घटना के बाद जानिए पप्पू यादव ने क्या कहा
जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों का हाल देखने रविवार को पहुंचे। आइसोलेशन वार्ड में स्वयं उन्होंने अंदर की बदहाली को अपनी आंखों से देखा। कोरोना वायरस वार्ड से बाहर निकलने के बाद पप्पू यादव सरकार की बदहाल व्यवस्था पर जमकर बरसे।
उन्होंने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि सरकार मुर्दों का सौदागर बन चुकी है। रोज बिहार में सैकड़ों लोगों की मौत दवा और ऑक्सीजन की कमी से हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार से अगर हालात काबू में नहीं आ रहे हैं तो उन्हें इसका जिम्मा दे दें।वें पूरे बिहार में दवा और जीवन उपयोगी कोरोना से संबंधित इंजेक्शन पीड़ित लोगों तक पहुंचाएंगे।
उन्होंने कहा कि मगध का इकलौता मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की हालत देखकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। उन्हें कई लोगों ने रो-रोकर अपना दुखड़ा बताया।
पप्पू यादव ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए ऐलान किया कि अब संवेदनहीनता की पराकाष्ठा को समाप्त करें सरकार। जिस हालात में लोग मर रहे हैं, इससे बेहतर है सरकार द्वारा इस संकट की घड़ी में सामूहिक नरसंहार की संज्ञा देना अतिशयोक्ति नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि अस्पताल में बेड भरे पड़े हैं लेकिन उन्हें देखने के लिए पर्याप्त डॉक्टर नहीं है। ऑक्सीजन की कमी है, साफ सफाई व्यवस्था नगण्य है। इलाज के नाम पर बिचौलिए वसूली कर रहे हैं। ऐसे में आखिर मरीज जाए तो कहां जाए ?
इसके बाद पप्पू यादव ने शहर के जयप्रकाश नारायण सदर अस्पताल का दौरा किया। इस दौरान बदहाल स्थिति को देखकर उन्होंने कहा कि यहां सिर्फ इलाज के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। कोरोना वायरस के इंजेक्शन लेने के लिए लोगों को घंटों कतार में खड़े रहना पड़ता है। ऑक्सीजन की कमी भी साफ दिख रही है। इलाज के नाम पर मनमाना रेट लिस्ट तैयार कर दिया गया है। जिसे रोकने वाला कोई नहीं है।
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