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20 अगस्त, 2024
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बिहार के हर जिले का होगा अब अपना Cyber Police थाना, थाने के इंचार्ज डीएसपी रैंक के पुलिस अधिकारी

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बिहार के हर जिले में अब अपना एक साइबर पुलिस थाना होगा। इसके लिए 660 पदों पर नियुक्ति की जा रही है। ऑनलाइन ठगी से निबटने के लिए सरकार ने यह फैसला किया है कि हर जिले में अब एक साइबर थाना होगा। इसके तहत पूरे प्रदेश में कुल 44 साइबर थाने खोले जाएंगे।

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नीतीश सरकार ने बड़ा फैसला किया है। राज्य के हर जिले में एक-एक (रेल जिला सहित) कुल 44 साइबर पुलिस थाना होगा। इस थाना के बेहतर संचालन के लिए 44 डीएसपी समेत कुल 660 पदों पर नियुक्ति होगी।

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई पदवर्ग समिति की बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लग गई है। तय हो गया है कि 74 साइबर क्राइम एवं सोशल मीडिया यूनिट में से 44 यूनिट को साइबर थानों में बदला जाएगा।
इसके अलावा चार रेलवे जोन पटना, मुजफ्फरपुर, जमालपुर और कटिहार में भी साइबर थानों की शुरुआत होगी। साइबर थाना खुल जाने के बाद हर जिले में साइबर अपराध से जुड़ी प्राथमिकी सीधे इन थानों में दर्ज की जाएगी।

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ऑनलाइन ठगी से निजात के लिए पूरे प्रदेश में खोले जा रहे 44 साइबर थाने के इंचार्ज डीएसपी रैंक के पुलिस अधिकारी होंगे। एक थाने में चार-चार इंस्पेक्टरों की तैनाती होगी।

इनके अलावा तीन दारोगा, एक प्रोगामर, दो सिपाही और तीन-तीन डाटा इंट्री आपरेटर समेत कुल पंद्रह की तैनाती होगी। मुख्य सचिव आमिर सुबहानी की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति ने 44 साइबर थाना खोले जाने के गृह विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

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जानकारी के अनुसार, एक थाने में कुल पंद्रह पद यानी एक डीएसपी, चार पुलिस निरीक्षक, तीन पुलिस अवर निरीक्षक, एक प्रोग्रामर, दो सिपाही, तीन डाटा सहायक और एक चालक सिपाही के पद तय किए गए हैं।

बिहार में अभी साइबर थानों की व्यवस्था नहीं है। इसकी अपराध इकाई के अधीन सभी जिलों में 74 साइबर क्राइम एवं सोशल मीडिया यूनिट की स्थापना की गई है, बड़े जिलों में तीन से चार वहीं छोटे जिलो में एक या दो सीसीएसएमयू कार्यरत है। सूत्रों की मानें तो इन्हें ही साइबर थानों के रूप में बदला जाएगा।

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स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार 2018 में बिहार में साइबर फ्रॉड के महज 375 केस दर्ज हुए थे और अब बिहार के हर जिले में साइबर फ्रॉड के केस दर्ज हो रहे हैं। साल 2021 में साइबर फॉड के 1413 केस दर्ज हुए हैं।

तीन साल के आंकड़ों को देखें तो बिहार में साइबर क्राइम की घटनाओं में 300 फीसदी की वृद्धि हुई है। अकेले जनवरी में मई 2022 तक पांच महीने में ही बिहार में 8003 केस सामने आए हैं। इसमें अकेले पटना में ही साइबर क्राइम के 1632 केस थी।

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