kk Pathak News | Bihar Teacher News | केके का शिक्षकों को एक और बड़ा झटका, नहीं मिलेगा अब आर्थिक लाभ जहां बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने एक और नया फरमान जारी कर दिया है। ऐसे में, बिहार के कई शिक्षकों को रिटायरमेंट के बाद सरकार की तरफ से मिलने वाले आर्थिक लाभ पर रोक लगा दी गई है। केके पाठक के इस फरमान से शिक्षकों की परेशानियां बढ़ गई है।
kk Pathak News | Bihar Teacher News | अब शिक्षकों को सेवांत लाभ देय नहीं होगा
जानकारी के अनुसार, अब शिक्षकों को सेवांत लाभ देय नहीं होगा। हाईकोर्ट के एक फैसले के आलोक में एक वाद की सुनवाई के बाद शिक्षा विभाग ने जो फैसला सुनाया है, वह सूबे के सैकड़ों शिक्षक और कर्मियों को निराश करने वाला है। केके पाठक ने स्पष्ट कर दिया है कि मदरसा और संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों को रिटायरमेंट के बाद सामान्य सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों जैसा आर्थिक लाभ नहीं मिलेगा।
kk Pathak News | Bihar Teacher News | केके पाठक ने स्पष्ट कर दिया है
केके पाठक ने स्पष्ट कर दिया है कि मदरसा और संस्कृत विद्यालय पूर्ण रूप से निजी विद्यालय हैं। प्रदेश के अल्पसंख्यक विद्यालय संविधान के अनुच्छेद 29 और 30 के तहत संचालित किए जाते हैं। ऐसे में संस्कृत विद्यालय और मदरसा को इसके समरूप नहीं माना जा सकता। मतलब साफ है कि मदरसा और संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों को सेवांत लाभ नहीं मिलेगा।
kk Pathak News | Bihar Teacher News | 12 फरवरी 2024 को फैसला आया था
दरअसल बिहार राज्य मदरसा संघ ने हाईकोर्ट में एक वाद दायर किया था जिसमें 12 फरवरी 2024 को फैसला आया था। फैसले के आलोक में मदरसा संघ से मोहिबुल हक और संस्कृत विद्यालय की ओर से शोभा कांत झा ने संयुक्त रूप से शिक्षा विभाग को आवेदन दिया था। इस संबंध में शिक्षा विभाग में अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने आवेदन की सुनवाई की।
kk Pathak News | Bihar Teacher News | सुनवाई के बाद जारी आदेश में केके पाठक ने कहा है
सुनवाई के क्रम में एसीएस केके पाठक ने कहा कि हाईकोर्ट के फैसले में अराजकीय प्रस्विकृत मदरसा और संस्कृत विद्यालय के शिक्षक और कर्मियों को सेवांत लाभ के भुगतान की अनुमति देने से इनकार किया गया था। सुनवाई के बाद जारी आदेश में केके पाठक ने कहा है कि विभागीय संकल्प संख्या- 237, दिनांक -07/03/2019 के द्वारा राजकीय प्रस्विकृत 1128 मदरसा और 531 संस्कृत विद्यालयों के कर्मियों को षष्टम पुनरीक्षित वेतनमान में वेतन और राज्य सरकार द्वारा महंगाई भत्ता ही देय था। इसके आलावा कोई अन्य लाभ देय नहीं था।
kk Pathak News | Bihar Teacher News | सरकार ने 8 नवंबर 1990 को संकल्प में
सरकार ने 8 नवंबर 1990 को संकल्प में सुधार कर राज्य के मान्यता प्राप्त गैर सरकारी अल्पसंख्यक प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक और कर्मियों को ही वेतन समिति अन्य लाभ देने का निर्णय लिया था। राजकीय प्रस्वीकृत 1128 मदरसा और 531 संस्कृत विद्यालयों के कर्मियों को ही षष्टम पुनरीक्षित वेतनमान में वेतन और राज्य सरकार की ओर से महंगाई भत्ता देय था और इसके अलावा कोई अन्य लाभ देय नहीं था।
kk Pathak News | Bihar Teacher News | शिक्षक और कर्मियों को सेवांत लाभ के भुगतान की अनुमति देने से इनकार
हाईकोर्ट के फैसले में अराजकीय प्रस्वीकृत मदरसा और संस्कृत विद्यालय के शिक्षक और कर्मियों को सेवांत लाभ के भुगतान की अनुमति देने से इनकार किया गया था। ऐसे में मदरसा और संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों और कर्मियों के रिटायरमेंट के बाद उन्हें सामान्य सरकारी विद्यालय के शिक्षकों और कर्मियों की तरह सेवांत लाभ देय नहीं है।