नवादा। जिले के हिसुआ डीह वार्ड 17 में अवैध रूप से संचालित चांदनी क्लीनिक नर्सिंग होम को स्थानीय प्रशासन की मौजूदगी में सिविल सर्जन के आदेशानुसार मेडिकल टीम ने मंगलवार को सील कर दिया है ।
इस मौके पर सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. बृज बिहारी सिंह ने कहा कि नर्सिंग होम का ताला तोड़कर निरीक्षण किया गया । निरीक्षण के दौरान यह प्रतीत होता है कि यहां फर्जी तरीके से गर्भपात और डिलीवरी कराया जाता था ।
इस नर्सिंग होम में अन्य किसी प्रकार का ऑपरेशन नहीं होता है। चिकित्सकों ने कागजात एवं मेडिकल उपकरण पीछे के दरवाजे से रात्रि में निकाल लिया जाता है। नर्सिंग होम का बोर्ड भी हटा दिया गया है ।
उन्होंने कहा कि नर्सिंग होम में दो दरवाजा था निरीक्षण के बाद दोनों दरवाजे को हिसुआ अंचलाधिकारी एवं थानाध्यक्ष तथा डॉ. योगेंद्र प्रसाद, डॉ. स्वीटी कुमारी , राजीव कुमार की मौजूदगी में दुकान को सील किया गया और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
इस क्लीनिक में एक अप्रशिक्षित नर्स फूलन देवी एवं झोलाछाप डॉक्टर परमानंद शर्मा ने अबॉर्शन के लिए एक 5 माह की गर्भवती महिला को भर्ती किया था, जिसकी मौत सोमवार की देर शाम हो गयी।
जिसको लेकर परिजनों ने हंगामा किया था । मौके पर हिसुआ थाना पुलिस ने भीड़ को शांत कर शव का पोस्टमार्टम करवाया ।
10 हजार में हुआ था गर्भपात का सौदा
गर्भपात के एवज में नर्स ने महिला से 10 हजार रुपये वसूला और कई तरह का इंजेक्शन दिया । इंजेक्शन लगते ही महिला की हालत बिगड़ने लगी ।
स्थिति को भांपते हुए चिकित्सक एवं नर्स ने महिला को एक टेंपो पर लादकर हटाने का प्रयास किया , तभी महिला की मौत हो गयी । अकेली महिला को बिना परिजन बुलाए पैसे के लोभ में गर्भपात की तैयारी थी।
जब परिजनों को इसकी सूचना िमली तो मौके पर पहुंचते ही चिकित्सक क्लीनिक बंद कर फरार हो गये ।