आरआरबी-एनटीपीसी के परिणाम में धांधली के विरोध में बिहार के छात्रों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है।
बुधवार को लगातार तीसरे दिन आंदोलनकारी छात्रों ने गया रेलवे जंक्शन पर ट्रेन के एक कोच में आग लगा दी। हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं।
छात्रों का प्रदर्शन गया में उग्र होता गया। अभ्यर्थियों ने ट्रेनों को अपना निशाना बनाया और इस दौरान दो ट्रेनों व 3 इंजन में लगाई आग लगा दी। रेलवे की संपत्ति का काफी नुकसान हुआ है। वहीं 3 घंटे से पुलिस व छात्रों के बीच पथराव हुआ।
गया में जब अभ्यर्थियों ने ट्रेनों में आग लगाई तो पुलिस बल ने काफी जद्दोजहद के बाद आग पर काबू पाया। ट्रेन की बोगियां और इंजन धू-धू कर जले। वहीं इस पूरे मामले पर गया के एसएसपी आदित्य कुमार ने कहा कि अभ्यर्थियों की संख्या दस हजार से अधिक है जो हंगामा कर रहे हैं। वहीं उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को चिन्हित भी किया गया है उनपर आगे कार्रवाई की जाएगी।
गया एसएसपी ने अपील की है कि सरकार उन तमाम शिकायतों को देख रही है जो अभ्यर्थियों ने की है। इसके लिए बोर्ड का गठन भी कर दिया गया है जो पूरे प्रकरण की जांच करेगा। इसलिए अभ्यर्थियों को किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए। उन्होंने बताया कि फिलहाल अभ्यर्थियों का आक्रोश शांत है लेकिन अभी नजर बनाए हुए हैं।
उधर, राज्य के दूसरे स्थानों पर भी छात्र सड़कों पर उतर गए हैं। रोहतास, जहानाबाद, समस्तीपुर समेत कई इलाकों में छात्र रेलवे ट्रैक पर उतर कर नारेबाजी करने लगे। छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए राज्य में रेल आवागमन प्रभावित हुआ है और कई स्थानों पर ट्रेन खड़ी हो गईं।
जहानाबाद रेलवे स्टेशन के पास बुधवार सुबह भारी संख्या में छात्रों ने गया-पटना रेलखंड पर ट्रेन का परिचालन बाधित कर दिया। छात्रों के हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को आगे आकर प्रेसवार्ता करनी पड़ी है।
एडीजी निर्मल कुमार आजाद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि रेल पुलिस-आरपीएएफ के साथ राज्य के जिस जिले में छात्रों का आंदोलन उग्र हैं, वहां जिला पुलिस की टीम मौजूद है। उन्होंने कहा कि गया में जहां छात्र आंदोलन का व्यापक असर देखा गया है वहां खुद गया के एसएसपी मौजूद हैं।
हालात को काबू करने में लगे हैं। रेलवे में लॉ एंड ऑर्डर की समस्या बन गई है। इस पर काबू पाने के लिए रेलवे के आला अधिकारियों से बात की जा रही है। साथ ही सभी रेल जिला पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है। क्योंकि, छात्र कभी भी कहीं भी रेलवे ट्रैक पर पहुंच जा रहे हैं और हंगामा कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बीते तीन दिन से एनटीपीसी परिणाम को लेकर बिहार में अभ्यर्थियों के व्यापक विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने बड़ा फैसला किया है। रेल मंत्रालय ने एनटीपीसी और लेवल वन परीक्षा पर फिलहाल रोक लगा दी है। इसके अलावा रेल मंत्रालय ने एक हाई पावर कमेटी का गठन कर दिया है।
यह कमेटी परीक्षा में पास और फेल हुए अभ्यर्थियों की शिकायत को सुनेगी और इसकी रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौंपेगी। इसके बाद रेल मंत्रालय आगे का निर्णय लेगा। फिलहाल रेलवे की परीक्षा पर रेल मंत्रालय ने रोक लगा दी है। देशभर में 1.26 करोड़ छात्रों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था।
रेलवे ट्रैक पर फूंका पुतला
पटना-गया रेलवे रूट के जहानाबाद स्टेशन पर बुधवार को पांच घंटे तक छात्रों ने रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन किया। रेलवे ट्रैक पर ही छात्रों ने पुतला फूंका और सरकार विरोधी नारे लगाए। छात्रों का कहना है कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
गया जंक्शन पर हंगामा करने के बाद उत्पात कर रहे छात्रों ने करीमगंज के पास पहले से खड़ी खाली ट्रेन को अपना निशाना बनाया और देखते ही देखते एक बोगी में आग लगा दी, जिससे ट्रेन की बोगी धू धूकर जल गई। मामले की संगीनता को देखते हुए जिला पुलिस और रेलवे पुलिस ने कमान संभाल ली है। दरअसल उग्र हो चुके छात्र लगातार रेलवे की परीक्षा में धांधली का आरोप लगा रहे हैं। पुलिस की ओर से उपद्रवियों को कंट्रोल करने के लिए आंसू गैस छोड़े जा रहे हैं साथ ही पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ा है। फिलहाल स्थिति काफी चिंताजनक बनी हुई है।