दरभंगा, देशज टाइम्स। जिलाधिकारी राजीव रौशन की अध्यक्षता में जिला निरीक्षण समिति की ओर से बाल गृह,पर्यवेक्षण गृह तथा विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण में सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई नेहा नूपुर, सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार सिन्हा, जिला शिक्षा पदाधिकारी समर बहादुर, किशोर न्याय परिषद के सदस्य अजीत मिश्रा व गुंजन कुमारी, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार झा व सदस्य इंदिरा कुमारी व रेणु कुमारी ने भाग लिया। इसके अलावा सभी गृहों के अधीक्षक व सभी कर्मी उपस्थित थे।
सर्वप्रथम बाल गृह का निरीक्षण किया गया। बाल गृह में कुल 23 बच्चे आवासित पाए गये। इनमें दह बच्चे विशेष इकाई के हैं। गृह में साफ-सफाई की व्यवस्था तथा भोजन की गुणवत्ता संतोष जनक पाया गया।
जिलाधिकारी ने बच्चों को दाल व अन्य पोषक तत्वों की विशेषता बता कर बच्चों को खाने के लिए प्रेरित करने के लिए निर्देशित किया।
उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत तीन दिवसीय स्पोर्टस फेस्टिवल मे भाग लेने वाले बच्चों को पुरस्कृत करते हुए खेल व अन्य शैक्षणिक गतिविधियों में बढ़ चढ़ के भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
इस दौरान बच्चों ने हार्मोनियम पर प्रार्थना गा कर भी सुनाया। जिलाधिकारी ने सभी बच्चों को नियमित स्कूल भेजने व कौशल विकास से जोड़ने का निर्देश दिया।
सहायक निदेशक ने बताया कि बाल गृह का एक बच्चा निजी विद्यालय में नामांकित है तथा कुछ बच्चे सरकारी स्कूल में नामांकित हैं। व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए सिलाई मशीन का भी क्रय किया गया है।
पर्यवेक्षण गृह में भी साफ-सफाई संतोषजनक पायी गयी, निरीक्षण के समय कुल 91 किशोर आवासित पाए गए। इनमें 28 दरभंगा के, 25 समस्तीपुर और 38 मधुबनी के हैं।
स्पोर्टस फेस्टिवल में भाग लेने वाले बच्चों को सम्मानित करते उन्होंने हुए कहा कि यह आपके हाथ में है कि सरकार की ओर से की जा रही व्यवस्थाओं का लाभ उठाकर अपने जीवन को सही दिशा देते हों या मौका गवां देते हो।
निरीक्षण के समय आईटीआई दरभंगा से आये ट्रेनर बिजली उपकरणों की मरम्मत का प्रशिक्षण दे रहे थे।
सहायक निदेशक ने बताया कि मुज़फ्फरपुर से आये आर्ट ऑफ लिविंग के ट्रेनर की ओर सेदिलीप शुक्ला की ओर से आठ दिवसीय क्लास चलाई जा रही है। वोकेशनल ट्रेनिंग के लिये दो सिलाई मशीन का भी क्रय किया गया है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि दो शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति दोनों गृहों में कंप्यूटर व म्यूजिक क्लास के लिए कर दी गयी है।
जिला पदाधिकारी ने दोनों गृहों मे संरचनात्मक सुधार जैसे चहारदीवारी की मजबूती, कंटीली तार से फेंसिंग, कमरों के छत की मरम्मती, जल निकासी के लिए भवन निर्माण को पत्र देने का निर्देश दिया।
विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान कानूनी रूप से गोद लेने के लिए सरकार की ओर से मान्यता प्राप्त संस्थान है,अस्पताल या किसी अन्य माध्यम से बच्चा गोद लेना दंडनीय अपराध है।
दत्तक ग्रहण एवं बाल संरक्षण से जुड़े अन्य मुद्दों पर जागरुकता फैलाने के लिए जिला बाल संरक्षण इकाई की ओर से सभी प्रखंडों मे आंगनबाड़ी सेविका व महिला पर्यवेक्षिका का उन्मुखीकरण किया जा रहा है।
वर्तमान में विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में एक बच्ची आवासित हैं, जिन्हें अमेरिका के दंपती की ओर से गोद लेने के लिए रिज़र्व किया गया है।