डीएम डॉ.त्यागराजन एसएमने की नल-जल योजना को लेकर ऑनलाइन बैठक,20 दिसंबर तक योजनाओं को पूर्ण करने का दिया गया अल्टीमेटम
दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। समाहरणालय परिसर अवस्थित अंबेडकर सभागार में जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम ने प्रखण्ड के वरीय पदाधिकारियों, प्रखंड विकास पदाधिकारी, मुखिया, पंचायत सचिव, वार्ड सदस्य, वार्ड सचिव, लेखापाल, तकनीकी सहायक के साथ वार्डों में चल रहे नल-जल योजना की समीक्षा की।
जानकारी के अनुसार, जिला पदाधिकारी डॉ.एसएम ने आदेश जारी करके प्रखंड के सभी वरीय पदाधिकारियों को सप्ताह में 03 दिन क्षेत्र भ्रमण कर योजनाओं की जांच करने के निर्देश दिए। 02 दिनों से वे सभी नल-जल योजनाओं की जांच कर रहे हैं। सभी वरीय पदाधिकारियों से भी जांच के संबंध में फीडबैक लिया गया तथा जहां भी योजना अपूर्ण मिली, उसे 20 दिसंबर तक विशेष अभियान चलाकर सभी संबंधित वार्ड सदस्य, मुखिया, पंचायत सचिव, वार्ड सचिव, लेखापाल को टीम-वर्क की भावना से काम करके पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि नल-जल योजना सरकार की महत्वकांक्षी योजना के साथ-साथ जनोपयोगी योजना है और इसे हर-हाल में पूरा करना है, कुछ चुनौतियां हैं लेकिन इससे सभी को स्वच्छ जल प्राप्त होता है, इसलिए सभी मिलकर काम करें और शत प्रतिशत सभी योजनाओं को पूर्ण कराएं।
उन्होंने कहा कि यह भी सही है कि 80% वार्डो में कार्य बहुत ही अच्छा हुआ है, लेकिन 10 से 15% वार्डों में अभी भी योजना अपूर्ण है, जिनके कई कारण हैं। कहीं आपसी विवाद है, कहीं अग्रिम राशि की निकासी कर ली गई है लेकिन अभी तक योजना पूर्ण नहीं कराई गई है, कहीं बाढ़ के कारण पाइप क्षतिग्रस्त हो गए हैं, कहीं नाला निर्माण के कारण पाइप कट गया है। इन छोटी-छोटी समस्याओं का निराकरण प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने स्तर पर अनुश्रवण करके संबंधित वार्ड क्रियान्वयन समिति के माध्यम से करा लें।
वरीय पदाधिकारियों की ओर से किए गए निरीक्षण में यह बात भी छन कर आ रही है कि सभी पंचायत में तीन-चार वार्ड ऐसे पाए जा रहे हैं जहां काम नहीं हो पा रहा है। अगर अग्रिम राशि की निकासी करके काम नहीं किया गया है, तो संबंधित के विरुद्ध नीलाम- पत्र वाद दायर किया जाएगा एवं कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड के वरीय पदाधिकारियों से एक-एक कर उनके भ्रमण के दौरान की गई जांच के संबंध में जानकारी ली।
प्राप्त जानकारी में वरीय पदाधिकारियों द्वारा जो अवगत कराया गया, उनमें कई वार्डों में नाला निर्माण के कारण पाइप कट गया है, कहीं भारी वाहन के चलने से पाइप कट गया है, तो कहीं आपसी विवाद के कारण जमीन से पाइप नहीं ले जाने दिया जा रहा है।
अधिकतर वार्डों में कार्य पूर्ण कराया गया है तथा स्वच्छ जल भी लोगों को प्राप्त हो रहा है। वरीय पदाधिकारियों द्वारा 06 से 7 वार्डो का निरीक्षण किया गया। जिनमें 01 से 02 वार्डों में कुछ समस्याएं पाई गई है।
जिलाधिकारी ने इन छोटे-छोटे कारणों को आपसी समन्वय के साथ 15 दिनों के अंदर दुरुस्त करा लेने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि जहां बाढ़ से पाईप की क्षति हुई है उनका आकलन करवा करके प्रखंड विकास पदाधिकारी पंचायती राज विभाग को उपलब्ध करा दें। इसके विरुद्ध आवंटन की मांग की जाएगी।
समीक्षा के दौरान जानकारी मिली कि कई जगहों पर कुछ लोगों द्वारा पाइप ले जाने यह योजना पूर्ण कराने में व्यवधान भी उत्पन्न में किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति इस योजना में बाधा उत्पन्न करने का प्रयास करेगा या सरकारी संपत्ति को क्षतिग्रस्त करेगा तो उसके विरुद्ध कार्रवाई होगी।
ऑनलाइन बैठक में उप विकास आयुक्त तनय सुल्तानिया, सभी प्रखंडों के वरीय पदाधिकारी, उप निदेशक जन-संपर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, मुखिया, पंचायत सचिव, लेखापाल, वार्ड सदस्य, वार्ड सचिव उपस्थित थे।