फोटो : घोघरडीहा अस्पताल में खराब पड़ी एंबुलेंस
घोघरडीहा, मधुबनी देशज टाइम्स ब्यूरो। घोघरडीहा पीएचसी में चिकित्सक व संसाधन की कमी के कारण अक्सर मरीजों को रेफर करना अस्पताल प्रबंधन की मजबूरी बन गई है। आलम तो यह है कि अस्पताल का एक मात्र एंबुलेंस भी पिछले 15 दिनों से खराब पड़ी है।
आपातकालीन स्थिति में रेफर मरीजों को निजी एंबुलेंस से अनुमंडलीय अस्पताल या जिला अस्पताल भेजना पड़ता है। पीएचसी में कार्यरत कर्मियों का कहना है कि खराब एम्बुलेंस कि वजह से यहां के बीमार लोगों की जिंदगी भगवान भरोसे हो गई है। ऐसी बात नही है कि इसको लेकर अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी चिंतित नही है। वे बहुत चिंतित हैं। चिकित्सा प्रभारी ने एंबुलेंस मरम्मत कराने के लिए कई बार पत्र के माध्यम से जिले के वरीय अधिकारियों को अवगत कराया है। लेकिन अभी तक कार्रवाई शून्य है।
स्वास्थ्य महकमा के उदासीनता का ही परिणाम है कि पिछले 15 दिनों से अस्पताल का एंबुलेंस खराब पड़ा है।अस्पताल में आवश्यक संसाधन रहने के बावजूद लोगों को लाभ नही मिल पा रहा है। राजद नेता राम नारायण यादव बताते हैं कि बीती रात किसनीपट्टी के एक महिला के पेट में बहुत तेज दर्द हुई। तत्काल ही इलाज के लिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
प्राथमिक उपचार के बाद उसे अनुमंडलीय अस्पताल फुलपरास रेफर कर दिया गया। इसके बाद हम लोग मरीज को फुलपरास ले जाने के लिए एम्बुलेंस का इंतजार करने लगे लेकिन एक घन्टे तक एंबुलेंस नही आयी।वे बताते हैं कि एक घन्टे के बाद भी जब एम्बुलेंस नही मिला तो मरीज को निजी वाहन से फुलपरास अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया।
अभी मरीज की हालत स्थिर है। वे बताते हैं कि साधन संपन्न लोग तो निजी एम्बुलेंस से मरीज को लेकर फुलपरास या दरभंगा चले जायेंगे लेकिन जो गरीब हैं वो क्या करेंगे। यह सोचने वाली बात है। राजद नेता कहते हैं कि सिविल सर्जन और स्वास्थ्य महकमा को इस पर गंभीरता से ध्यान देते हुए घोघरडीहा अस्पताल को एम्बुलेंस मुहैया कराना चाहिए।