पटना: राजधानी पटना में देह व्यापार से जुड़े एक गंभीर मामले का खुलासा हुआ है। जक्कनपुर थाना और महिला थाना की संयुक्त टीम ने पटना जंक्शन के पास करबिगहिया इलाके में स्थित होटल गणपति और होटल मंगलम में सोमवार को छापेमारी कर सेक्स रैकेट (Patna Hotel Sex Racket) का पर्दाफाश किया है।
12 लोग हिरासत में, महिला भी शामिल
इस गोपनीय कार्रवाई के दौरान 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है। होटल मंगलम के मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि होटल गणपति का मालिक फरार है। पुलिस की टीम उसकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
“हमने पहले से सूचना एकत्र कर प्लानिंग की थी और अचानक छापा मार कार्रवाई की। मौके से संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है,” — पुलिस अधिकारी
होटलों में नाबालिग लड़कियों के इस्तेमाल की आशंका
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन होटलों में नाबालिग लड़कियों को जबरन देह व्यापार में धकेलने की सूचना मिली थी। इस आधार पर पुलिस ने गुप्त निगरानी और सोर्स इनपुट के आधार पर कार्य योजना तैयार की और अचानक छापा मारा गया।
“हमें शक है कि एक संगठित मानव तस्करी गिरोह इन होटलों में नाबालिग लड़कियों को फंसाकर वेश्यावृत्ति के धंधे में लगा रहा था,”—जांच अधिकारी ने कहा।
POCSO और मानव तस्करी की धाराओं में मामला दर्ज
पुलिस ने इस मामले में POCSO (Protection of Children from Sexual Offences Act) और मानव तस्करी से संबंधित भारतीय दंड संहिता (IPC) की गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले में कठोर कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
“नाबालिगों के शोषण के मामले में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी,”— पुलिस अधीक्षक
नाबालिग पीड़िताओं को मेडिकल जांच के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया है, और परिवारों को सूचना दी जा रही है। पीड़ितों की सामाजिक सुरक्षा और पुनर्वास के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की मदद ली जा रही है।
रैकेट से जुड़े अन्य होटलों और बिचौलियों पर नजर
पुलिस को संदेह है कि यह मामला अकेले दो होटलों तक सीमित नहीं है। यह एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है, जो विभिन्न होटलों और बिचौलियों के माध्यम से संचालित हो रहा है।
पुलिस अब उन अन्य होटलों, दलालों और एजेंट्स पर नजर रखे हुए है जो इस रैकेट से जुड़े हो सकते हैं। डिजिटल फुटप्रिंट, फोन कॉल डिटेल्स, और CCTV फुटेज की मदद से नेटवर्क को खंगाला जा रहा है।
गंभीर सामाजिक चिंता का विषय
यह घटना केवल कानूनी अपराध नहीं बल्कि गंभीर सामाजिक चिंता का विषय भी है।
नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण, मानव तस्करी, और होटल मालिकों की संलिप्तता यह दर्शाता है कि व्यवस्था में गहरी सेंध लगी हुई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, सेक्स रैकेट की आड़ में चलने वाले ऐसे काले धंधे समाज के लिए अत्यंत हानिकारक हैं और इसमें कठोर दंडात्मक कार्रवाई ही एकमात्र रास्ता है।
निष्कर्ष: ठोस जांच और सख्त सज़ा की ज़रूरत
पटना पुलिस की यह कार्रवाई साहसिक और आवश्यक कदम था, लेकिन यह प्रारंभिक चरण है। इस नेटवर्क को समूल खत्म करने, दोषियों को दंडित करने, और पीड़ितों के पुनर्वास के लिए सरकार को नीति स्तर पर ठोस कदम उठाने होंगे।
सवाल यह भी है कि कैसे शहर के केंद्र में स्थित होटल ऐसे घिनौने कृत्य में संलिप्त हो सकते हैं बिना किसी प्रशासनिक जानकारी के?