back to top
8 जुलाई, 2024
spot_img

अमेरिका ने रोकी ₹175 करोड़ की USAID फंडिंग, INDIA के पहले ट्रांसजेंडर क्लीनिक Mitr Clinic, Hyderabad पर ताला, तगड़ा झटका

आप पढ़ रहे हैं दुनिया भर में पढ़ा जाने वाला DeshajTimes.Com...आपका चहेता DeshajTimes.Com... इस 20 जुलाई 2025 को हो जाएगा पूरे 7 साल का। 20 जुलाई, 2018 — 20 जुलाई, 2025 ...खबरों की विरासत का निष्पक्ष निर्भीक समर्पित @7 साल । DeshajTimes.Com यह संस्कार है। इसमें हवा की ताकत है। सूरज सी गर्मी। चांद सी खूबसूरती तो चांदनी सी शीतलता भी। यह आग भी है। धधकता शोला भी। तपिश से किसी को झुलसा देने की हिम्मत। झुककर उसकी उपलब्धि पर इतराने की दिलकश अदा भी। आप बनें भागीदार DeshajTimes.Com के 7 साल...चुनिए वही जो सर्वश्रेष्ठ हो...DeshajTimes.Com
spot_img
Advertisement
Advertisement

Hyderabad | अमेरिकी सरकार द्वारा यूएसएआईडी (USAID) फंडिंग रोकने का असर अब भारत पर भी दिखने लगा है। ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए भारत के पहले तीन हेल्थ क्लीनिक को पिछले महीने बंद कर दिया गया। ये क्लीनिक यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) और सिडेंट्स इमरजेंसी प्लान फॉर एड्स रिलीफ (PEPFAR) के सहयोग से संचालित होते थे।

5000 से अधिक लोगों पर पड़ा असर

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, क्लीनिकों के बंद होने से करीब 5000 लोगों की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने यूएसएआईडी की 21 मिलियन डॉलर (≈ 175 करोड़ रुपये) की फंडिंग रद्द कर दी। अमेरिकी सरकार का दावा है कि इस फंड का इस्तेमाल भारत में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए किया गया था।

क्लीनिक को चलाने के लिए सालाना 30 लाख रुपये की जरूरत

👉 महाराष्ट्र के कल्याण और पुणे में स्थित ये क्लीनिक ट्रांसजेंडर समुदाय के डॉक्टरों और कंसल्टेंट्स द्वारा संचालित किए जाते थे।
👉 यहां सामान्य स्वास्थ्य परामर्श, HIV टेस्ट और इलाज, मानसिक स्वास्थ्य सहायता, जेंडर अफर्मेशन सेवाएं (Gender Affirmation Services), कानूनी और सामाजिक योजनाओं की जानकारी मुफ्त में दी जाती थी।
👉 एक क्लीनिक को सालाना 30 लाख रुपये की आवश्यकता होती थी, जिसमें करीब 8 लोग काम करते थे।

एचआईवी मरीजों के लिए बड़ा झटका

➡️ क्लीनिक में आने वाले 10% से अधिक मरीज एचआईवी (HIV) से संक्रमित थे।
➡️ अब क्लीनिक फंडिंग के नए स्रोतों की तलाश कर रहे हैं ताकि सेवाएं जारी रखी जा सकें।

यूएसएआईडी में छंटनी, हजारों कर्मचारियों की नौकरी गई

📌 24 फरवरी 2025 को ट्रंप प्रशासन ने यूएसएआईडी के 1,600 से अधिक कर्मचारियों को बर्खास्त करने का ऐलान किया।
📌 अतिरिक्त कर्मचारियों को पेड लीव पर भेज दिया गया
📌 इस फैसले के कारण यूएसएआईडी को कई कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा।

अंतरराष्ट्रीय सहायता रोकने के प्रभाव

✔️ ट्रांसजेंडर समुदाय को स्वास्थ्य सेवाओं की बड़ी हानि
✔️ एचआईवी प्रभावित मरीजों को मुफ्त इलाज में दिक्कतें
✔️ भारत में सामाजिक कल्याणकारी योजनाओं को झटका

आगे क्या?

🔹 फंडिंग के नए स्रोतों की तलाश जारी है।
🔹 सरकारी और निजी स्तर पर मदद की अपील की जा रही है।
🔹 अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं इस संकट को हल करने के लिए बातचीत कर रही हैं

📌 USAID Official Website
📌 Reuters Report on USAID

जरूर पढ़ें

जाले में हलधरों के दिल-जले, ‘किस्मत’ में पड़ी दरार, खेतों से निकला धुआं -किसान और मजदूर दोनों बेरोजगार

जाले में सूखे ने मचाई तबाही! धान की फसल बर्बाद, खेतों में पड़ी दरारें।...

Live CM Nitish Event in Darbhanga | दरभंगा तैयार! पेंशन में बड़ी राहत! CM Nitish 11 जुलाई को ₹1100 की नई दर सीधे खातों...

बिहार में पहली बार बढ़ी हुई पेंशन ₹1100 सीधे खाते में! दरभंगा समेत पूरे...

‘मुझे टॉर्चर किया जा रहा है’, कहकर डर रहा था बेटा –परिजन बोले– हाथ-पांव बंधे थे, हत्या है@Darbhanga Navodaya में छात्र की संदिग्ध मौत!...

दरभंगा नवोदय में 8वीं के छात्र की रहस्यमयी मौत! परिजन बोले– हाथ-पांव बंधे थे,...

दरभंगा कोर्ट का बड़ा फैसला:  6 गवाहों की गवाही, नशा कारोबारी मो. राजीक को – 10 साल जेल

दरभंगा कोर्ट का बड़ा फैसला: मोहम्मद राजीक को नशे के कारोबार में 10 साल...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें