
बिहार के सुपौल में शुक्रवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां करंट लगने से SSB की 45वीं बटालियन के तीन जवानों की मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि इस हादसे में 8 जवान घायल हो गए है।

सभी घायलों को इलाज के लिए वीरपुर अनुमंडलीय अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। इन घायलों में 4 की हालत गंभीर बनी हुई है। ऐसे में मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। गंभीर चारों जवानों को दरभंगा के अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक हाई वॉल्टेज तार को हटाने के लिए पहले की कई बार शिकायत की जा चुकी थी, लेकिन इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया था। इस बड़े हादसे के बाद अब कई सवाल उठ रहे हैं।

ये है पूरा मामला
मिली जानकारी के मुताबिक वीरपुर कैंप में 45वीं बटालियन के कमांडेंट एचके गुप्ता का ट्रांसफर हो गया है। इसी क्रम में उनके विदाई समारोह का आयोजन किया गया था। समारोह के लिए टेंट और तंबू लगाया गया था। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद शुक्रवार को दोपहर के करीब साढ़े बारह बजे के आसपास ट्रेनी जवानों को टेंट खोलने के लिए लगाया गया। इसी दौरान ऊपर से गुजर रहे हाई वोल्टेज तार से टेंट का एक पाइप सट गया और करंट पूरे टेंट में उतर आया। इस करंट के चपेट में काम कर रहे सभी जवान आ गए।
जानकारी के अनुसार, 45वीं बटालियन के कमांडेंट एचके गुप्ता का तबादला हो गया था। बुधवार की शाम उनके सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया था। शुक्रवार दोपहर बाद ट्रेनी जवान विदाई समारोह के लिए लगाया गया टेंट खोल रहे थे। इसी दौरान टेंट के ऊपर से गुजर रहे हाईवोल्टेज तार में अल्युमीनियम का एक पाइप सट गया। सभी जवान एक जगह ही काम कर रहे थे, इसलिए एक साथ सब करंट की चपेट में आ गए।
अतुल पाटील (30), परशुराम सबर (24) और महेंद्र चंद्र कुमार बोपचे (28) की मौत मौके पर ही हो गई। अतुल पाटील महाराष्ट्र निवासी बताए गए। बाकी दोनों के घरों का पता अभी नहीं चल सका है। घायलों में नरसिंह चौहान, के चंद्रशेखर, परितोष अधिकारी, मांडवे राजेंद्र मोहम्मद शमशाद, सुकुमार वर्मा, सोना लाल यादव और आनंद किशोर शामिल हैं। इन सबको पहले अनुमंडल अस्पताल लाया गया। प्रारंभिक इलाज के बाद रेफर कर दिया गया है।
मामले की सूचना मिलते ही हड़कंप मच गया। जानकारी मिलते ही तुरंत घायलों को नजदीकी वीरपुर के ललित नारायण अनुमंडलीय अस्पताल में ले जाया गया। इनमें से 4 जवानों की हालात गंभीर बताई जा रही है, इन चारों को दरभंगा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जहां डॉक्टरों की टीम इनका इलाज कर रही है।