

नई दिल्ली से इस वक्त बिहार से जुड़ी अपराध की एक बड़ी खबर सामने आ रही है जहां दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) ने बिहार में शहाबुद्दीन के बेटे के साथ मिलकर एके-47 से हमला करने और बिहार विधान परिषद चुनाव के दौरान शूटआउट में शामिल एक कुख्यात अपराधी आजाद अली को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की है।
इस एके-47 से हमले में एक युवक की जान चली गई थी। वहीं, सात लोग जख्मी हो गए थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की इस पूरे मामले पर विशेष नजर थी क्योंकि बिहार में दो गुटों के बीच चल रही गैंगवार के चलते इस हमले को अंजाम दिया गया था। पढ़िए पूरी खबर
गिरफ्तार किये गए आजाद अली के खिलाफ छह आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें दो हत्या के मामले शामिल हैं। इसके अलावा हत्या प्रयास, लूट, आर्म्स एक्ट, अपहरण आदि वारदातों में भी वह शामिल रहा है। वारदात के बाद वह भागकर दिल्ली आ गया था और यहां पर अलग-अलग इलाकों में छुप रहा था। उसे बिहार पुलिस को सौंप दिया गया है।
डीसीपी जसमीत सिंह के अनुसार स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर शिवकुमार को सूचना मिली थी कि बिहार का कुख्यात गैंगस्टर आजाद अली कई मामलों में वांछित चल रहा है। विधान परिषद चुनाव के दौरान हुए शूटआउट में वह शामिल था। वह दिल्ली एनसीआर में छिपा हुआ है।
इस जानकारी पर पुलिस टीम उसकी तलाश कर रही थी। 20 मई को पुलिस टीम को सूचना मिली कि आजाद अली राजघाट पर रिंग रोड के समीप आएगा। इस जानकारी पर बिहार की स्पेशल टास्क फोर्स और स्पेशल सेल की जॉइंट टीम वहां पर तैनात की गई।
रात 11 बजे पुलिस टीम ने एक संदिग्ध व्यक्ति को आते हुए देखा। वह पुलिस को देख कर भागने लगा, लेकिन पुलिस टीम उसे पकड़ने में कामयाब रही। तलाशी में उसके पास से एक सिंगल शॉट पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस बरामद हुए। इसे लेकर स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया है।
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि बिहार के सिवान सदर थाना क्षेत्र में बीते चार अप्रैल को एक शूटआउट हुआ था जिसमें उसकी तलाश थी। इस घटना में आजाद अली, आफताब आलम और बाहुबली नेता रहे शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा एवं उनके साथियों ने एके-47 से मोहम्मद रईस खान की गाड़ी पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी।
इस घटना में कार में बैठे पांच लोग और पास से गुजर रहे तीन राहगीर घायल हुए थे। इसमें विनोद यादव नामक युवक की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। मौके से पुलिस को गोली के 37 खोल बरामद हुए थे। पुलिस को आरोपित ने बताया कि आफताब आलम और मोहम्मद रईस खान बिहार के सिवान के कुख्यात बदमाश हैं।
दोनों के बीच रंजिश चल रही है। सिवान में वर्चस्व को लेकर उनके बीच आए दिन हमले होते हैं। आफताब आलम को शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा सपोर्ट करता है। मोहम्मद रईस खान 2022 में विधान परिषद का चुनाव भी लड़ा था। इसमें वह हार गया था।








