

आकिल हुसैन, मधुबनी देशज टाइम्स। जल संसाधन विभाग की ओर से लगभग छह वर्ष पूर्व करीब एक करोड़ से अधिक की राशि से बेनीपट्टी प्रखंड के चार उद्वह सिंचाई के मशीन के जीर्णोद्धार कराए जाने के बाद भी किसानों को पटवन की समस्या पूर्णरुप से समाप्त नहीं हो पाई है। अब भी किसानों को निजी बोरिंग या आसमानी पानी पर ही निर्भर होकर खेती करनी पड़ रही है, जबकि,विभाग हर हाल में किसानों के खेत तक पटवन योग्य पानी देने का दावा कर रहा है। चार उद्वह सिंचाई योजना के जीर्णोद्वार के नाम पर हुई लूटखसोट का परिणाम है कि कहीं भी पटवन के लिए बने नाले का नामोनिशान तक नहीं है।
ठेकेदार की लूटखसोट, जांच के लिए पड़ा आवेदन मगर जांच नदारद
किसानों ने बताया कि ठेकेदार की ओर से विभागीय अधिकारी के मेल से लूटखसोट की गयी है। कई बार जांच के लिए आवेदन देने के बाद भी जांच नहीं की गयी। जानकारी के अनुसार, वर्ष 2012-13 में विभाग की ओर से शाहपुर, बनडोलवा, पाली व सरिसब गांव में उद्वह सिंचाई योजना के तहत लगे मशीन व भवन के जीर्णोद्धार कराया था। किसान उद्यान पंडित कमल कुमार झा ने बताया कि उक्त योजना में जमकर लूटखसोट की गयी, जिसका परिणाम है कि किसानों को कुछ भी लाभ नहीं हुआ।

पाइप भी लगाया बेकाम, हर जगह पुरानी चीजें
श्री झा ने बताया कि बेहटा के राजकीय नलकूप के समीप भी गत चार वर्ष पूर्व नाले के मरम्मत की गयी। उक्त मरम्मत में भी अनियमितता की गयी, जिसका परिणाम है कि अधिकांश जगहों पर नाला असमय ही क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं पाली के जीवन मिश्र, अब्दुल खालिक सहित कई किसानों ने बताया कि पाली गांव में उद्वह सिंचाई जीर्णोद्धार में जमकर लूटखसोट की गयी है। योजना के तहत मशीन में लगे पाइप को नदी से जोडना था, लेकिन ठेकेदार ने नया पाइप डालने की बजाए पुराने पाइप को ही जैसे तैसे लगा कर कार्य की इतिश्री कर ली, जिससे पाइप नदी के पानी तक नहीं पहुंच पा रही है। आज तक किसानों को पानी खेतों तक नहीं पहुंच पाया।वहीं जदयू नेता राजेंद्र मिश्रा ने बताया कि मशीन के रखरखाव के लिए बने भवन में भी पुराने ईंट का प्रयोग कर किसी प्रकार भवन का निर्माण कराया गया। एमएसयू के प्रखंड अध्यक्ष चंदन सिंह, महादलित नेता रामवरण राम, माकपा नेता पवन भारती ने जल संसाधन विभाग से अविंलब जांच कर उक्त संबेदक पर कार्रवाई करने व यथाशीघ्र किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने की मांग की है।









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