केवटी, देशज टाइम्स। अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर 15 दिनों से बेमियादी हड़ताल पर प्रखंड क्षेत्र की आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाएं डटी हैं।
गुरूवार को उन्होंने बिहार आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ, केवटी प्रखंड इकाई के बैनर तले बाल विकास परियोजना कार्यालय, केवटी-रनवे के समक्ष रोषपूर्ण धरना-प्रदर्शन किया। और मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की।
इसका नेतृत्व संघ के अध्यक्ष संगीता देवी ने की। धरना-प्रदर्शन स्थल पर अध्यक्ष की अध्यक्षता एवं सचिव नाजदा खातून के संचालन में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए संघ के संरक्षक डा. विनोद कुमार सिंह ने कहा कि पूरे बिहार के आंगनबाड़ी सेविकाऔर सहायिकाएं 29 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।
क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन की ओर से अपने घोषणा पत्र में सरकार बनने पर आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के मानदेय को दोगुना करने का वादा किया गया था। साथ ही उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा लगभग अधिकांश चुनावी सभा में
इस आशय का भरोसा दिया गया था। लेकिन आज तक पूरा नहीं किया गया। न्यूनतम वेतनमान, सामाजिक सुरक्षा आज आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं का प्रमुख सवाल बना हुआ है।
सरकार को चाहिए कि पांच सूत्री मांगों को लेकर आंदोलनरत आंगनवाड़ी सेविका और सहायिकाएं से सम्मानजनक वार्ता करें।
संघ के अध्यक्ष और सचिव ने कहा कि हम लोगों को जब तक सरकारी कर्मचारी का दर्जा प्राप्त नहीं हो जाता। तब तक सेविका को 25 हजार रुपए और सहायिका को 18 हजार प्रति माह मिलनी चाहिए। सरकार हमारे न्यायोचित मांगों को मानने की जगह बात करने से भी भाग रही है।
हम सरकार से मांग करना चाहते हैं कि हमारे पांच सूत्री मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार करें और हड़ताल को खत्म करवाएं, नहीं तो तीखा संघर्ष किया जाएगा।
मौके पर धरना प्रदर्शन को संरक्षक धर्मेन्द्र कुमार चौरसिया, डा. असगर अली अंसारी, मो. जफर अली अंजूम, शिवनाथ यादव, रामचंद्र बैठा ,सेविका रामदुलारी देवी, अंजू भारती, कुमारी बेबी, फरहत जहां, यासमीन बबी सहित अन्य कई ने संबोधित किया।