Darbhanga News| गंगवाड़ा के लिए बेटी तो सेलिब्रेटी है। बेटियों के जन्म पर 110 पौधे लगाने और मिठाई बांटने का रिवाज है…जो आज मां कल्याणी को मिला है। मां कल्याणी बेटी को जन्म देकर चहक रही हैं। परंपरा के अनुसार, मिठाई बांट रही हैं। एक सौ दस पौधे लगा रही हैं। यह सौभाग्य पाकर आज मां कल्याणी (Tradition of planting trees on birth of a daughter in Gangwada) बेहद भावुक है जहां,
DarbhangaNews|सदर के सारामोहम्मद पंचायत का गंगवाड़ा एक संपूर्ण विरासत
दरभंगा सदर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सारा मोहम्मद पंचायत के गंगवाड़ा अपने आप में गौरवान्वित करने वाला गांव है। यहां बेटियों के जन्म पर जश्न मनाया जाता है। मिठाइयां बांटी जाती है। पौधरोपण होते हैं। इसकी आज साक्षात् सौभाग्य मिला मां कल्याणी को।
Darbhanga News| बेटी के जन्मोत्सव पर अनूठी परंपरा, मिठाई और फलदार पौधे
क्रांति चौक स्थित अपने घर पर बेटी के जन्म होने पर अनोखे तरीके से जन्मोत्सव मनाया। और हर साल 101 फलदार पेड़ लगाने का फैसला किया। मामला, जिला के सदर प्रखंड गंगवाड़ा गांव का है जहां, कई सालों से एक अनूठी परंपरा कायम है। यहां बेटियों के पैदा होने पर फलदार पौधे लगाने की परंपरा जारी रखे हैं।
Darbhanga News| समाजसेवी मनोज कुमार की दूसरी पुत्री होने पर पौधारोपण
समाज सेवी मनोज कुमार की दूसरी पुत्री होने पर पौधारोपण किया गया। बच्ची की मां कल्याणी कुमारी ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे यहां बेटी के जन्म होने पर खुशियां एवं मिठाइयां बांटी जाती है। प्रत्येक साल 101 पौधे लगाने का संकल्प लिए हैं। जहां एक तरफ ग्लोबल वार्मिंग की समस्या बढ़ रही है जिसकी वजह से प्रचंड गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।
Darbhanga News| ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से बचने के लिए अनोठी परंपरा
पर्यावरण को हरा-भरा करने के लिए एवं ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से बचने के लिए अपने अपने इलाके में पौधारोपण अवश्य करना चाहिए। पहली बेटी होने पर भी वृक्षारोपण किया गया था। वहीं कल्याणी कुमारी ने कहा कि बेटा,बेटी में कोई फर्क नहीं होता है हर माता-पिता को अपने बच्चों के जन्म होने पर पौधा जरूर लगाएं।
Darbhanga News| मां कल्याणी की इच्छा, सरकार और प्रशासन आगे आए, अभियान चलाए
साथ ही मां कल्याणी ने बताया कि बिहार सरकार से मांग करेंगे कि प्रत्येक गांव में जागरूकता अभियान चलाया जाए। और बच्ची होने पर एक पौध जरुर लगाएं। इसको लेकर जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक पत्र लिखेंगे। और, पर्यावरण के बचाव को लेकर अभियान चलाएंगे।