व्हाइट हाउस ने दशकों पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए घोषणा की है कि अब वह खुद तय करेगा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के देश-विदेश दौरों में कितने पत्रकार शामिल होंगे और कौन उनसे सवाल पूछ सकेगा।
अब तक यह जिम्मेदारी व्हाइट हाउस कॉरेस्पोंडेंट्स एसोसिएशन (WHCA) की थी, जो 111 साल पुराना संगठन है और राष्ट्रपति की प्रेस कवरेज से जुड़े फैसले लेता रहा है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट
द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप प्रशासन ने मंगलवार को घोषणा की कि वह जल्द ही यह तय करेगा कि किन मीडिया संस्थानों को राष्ट्रपति प्रेस पूल में शामिल किया जाएगा।
पत्रकारों की प्रतिक्रिया
व्हाइट हाउस के इस फैसले पर कई वरिष्ठ पत्रकारों ने हैरानी जताई है। मीडिया जगत में इसे स्वतंत्र पत्रकारिता पर अंकुश लगाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
निष्कर्ष
ट्रंप प्रशासन के इस नए फैसले से मीडिया की स्वतंत्रता और पारदर्शिता को लेकर नई बहस छिड़ सकती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे इस नीति पर किस तरह की प्रतिक्रियाएं आती हैं।